सच क्या है?
सच क्या है?
वह जो है या वो जो नहीं है?
वह जो दिखता है या वो जो दिखता नहीं है ?
वो जो रोता है चुपके चुपके छिपके सबसे ?
या वो जो हँसता है बेबाक तस्वीरों में
वो जो ज़ोर ज़ोर से गरजता है महफिलों में ?
या वो जो सिसकता है अँधेरे कमरों में?
वो जो लिपटा रहता है चमचमाते उम्दा लिबासों में
या वो जो टंगा रहता है घर के किसी कोने में
बिलकुल एक धूल भरे कपडे की तरह जिसने
साफ़ कर रखी है धूल कई गंदे कोनो की
सच क्या है?
इस सच का सच कोई बतलाये मुझे।