मेरे अंदर की होली
मेरे अंदर की होली
कभी श्वेत अश्रु कोंपल सी
कभी गुलाबी गुलाब कोमल सी
कभी पीली सुनहरी चम्पा सी
कभी सियाह आंधी की आशंका सी
मेरे अंदर की होली
कभी नीले नभ स्वच्छंद सी
कभी पीली गेंदा आनंद सी
कभी हरी डाल झुकती हुई
कभी लाल सांस रुकती हुई
मेरे अंदर की होली
कभी सुनहरे सूरज सी चमक चमक
कभी नारंगी ज्वाला सी धधक धधक
कभी नीली नदिया सी शांत शांत
कभी सलेटी सागर हो प्रशांत
मेरे अंदर की होली
कभी कोई याद रंगीन सी
कभी सफेद नमक नमकीन सी
कभी गुलाबी हसीन शाम सी
कभी एक बदरंग नाम सी
मेरे अंदर की होली !