थोड़े प्रश्न बहुत से उत्तर

आजादी के साल पचहतर

थोड़े प्रश्न बहुत से उत्तर

भारत देकर मानेगा ही

बहुत से उत्तर बहुत से उत्तर

 

बांटा था जी बांटा था जी

भारत पाकिस्तान को

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

भारत ने भी दिया था उत्तर

लिख कर संविधान को

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

इक्यावन में हुआ इलेक्शन

बनने को पहली सरकार

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

हर वयस्क को दिया था सुन लो

भारत ने मत का अधिकार

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

कितने मुंह हैं खाने वाले

पेट भरेगा कैसे भाई ?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

आया सन साठ तो भाई 

साथ साथ हरित क्रांति आई

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

कहाँ गई वो दूध मलाई

हमे ना मिलता मक्खन भाई

 टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

तभी श्वेत क्रांती लाकर

कुरिएन ने थी धूम मचाई

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

कितने जंगल कितने पेड़

काटो इनको काटो इनको

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

गले लगा लो पकड़ो इनको

चिपको चिपको चिपको चिपको

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

दुनिया जाने लगी चाँद  पर

हमको भी कुछ करना  होगा

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

आर्यभट्ट बनी सॅटॅलाइट

उसका स्वागत करना होगा

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

क्रिकेट दीवाने लाखों थे पर

विश्व कप था बहुत ही दूर

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

तिरासी में कपिल के शेरों ने

दी जनता को खुशी भरपूर

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

व्यापारों को भी खुलना था

कब तक बैठें कर बंद दरवाजा

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

ग्लोबलाइज़ेशन ने खोले दरवाजे

ले तू भी आजा तू भी आजा

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

निन्यानबे में कू डी टैट

पाकिस्तानी की घुसपैठ

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

ऑपरेशन विजय फ़र्राट

टाइगर हिल जीता टैट अ टैट

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

सफर कठिन था जाना दूर

सड़क परिवन था चकनाचूर

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

गोल्डन क्वाड्रीलैटरल हुआ मंजूर

चल पड़ी गाड़ी शहर की दूर

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

चंदामामा पर जाना है

कैसे होगा ये अभियान?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

वैज्ञानिक की शक्ति बोली

लो बना दिया चंद्रयान

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

बड़े धनुर्धर देखे हमने

ओलिम्पिक का गोल्ड कहाँ?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

बीजिंग में अभिनव बिन्दरा ने

एयर राइफल गोल्ड भी जीत लिया

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

बाकी सब तो ठीक ठाक है

कहाँ है शिक्षा का अधिकार?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

आर टी ई बिल पास  हुआ था

नई चेतना का संचार

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

धोखाधड़ी नहीं जँचती है

भारत माँ के माथे पर

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

लोकपाल बिल पास हुआ तब

अन्ना तेरे कहने पर

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

आई एक नयी सरकार

क्या कर पाएगी बेड़ा पार

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

नयी चेतना , नई समझ और

नए फैसले अपरंपार

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

 

चन्दा मामा पर जाना है

दिल अब भी है बेताब बहुत

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

चंद्रयान २ ने कर डाला

अपनी तरफ से प्रयास बहुत

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

इतने सारे बैंक यहाँ

क्यूँ खाते नहीं गरीब के भाई?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

लो खुल गए खाते हर तबके के

जन धन योजना घर घर आई

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

उद्यम क्रांति लानी है

पर ब्याज कहाँ से मिलेगा हमको?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

मुद्रा योजना भी तब आई

मिला ब्याज हमको और तुमको

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

छहयाछठ साल हुए आजादी के

क्यूँ घर घर नहीं रोशनी पहुंची?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

विद्युतीकरण हुआ गांवों का

बिजली आई अब लो कर लो जी

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

बड़ा ही दिल दुखता है अपना

जब देखें अपना देश अस्वच्छ

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

स्वच्छ भारत अभियान से कर ले

मिल कर अपना सपना सच

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

क्या भारत कभी बनाएगा

अपना एक फाइटर विमान?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

वायुसेना के तेजस ने

फिर कर डाला एक ऐलान

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

बाजारों को और खोल दिया

बैंकों ने ली खुल कर सांस

टेक्नॉलजी और इंफ्रास्ट्रक्चर

को भी हुआ स्वतंत्रता का आभास

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

गाड़ी देश की चल निकली थी

‘मेक इन इंडिया ‘ की लहर थी आई  

तभी कोविड १९ ने आ कर के

सारे विश्व की बैंड बजाई

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

हर तरफ हाहाकार मचा था

विकसित देशों में यहाँ वहाँ

क्या झेल पाएगा भारत अपना

हममे इतना सामर्थ्य कहाँ?

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

तब भारत के नेतृत्व ने डटकर

ना छोड़ा अपने ढाँढ़स को

चेतना जगाई आवाज लगाई

हर कर्मयोगी के साहस को

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

बहुत कठिन दौर से राष्ट्र था गुजरा

बहुतों ने अपनों को खोया

रोजगार भी बली चढ गए

लॉकडाउन में हर दिल रोया

टेढ़ा प्रश्न कठिन था उत्तर

पर भारत माता , भारत वासी

हार नहीं यूं मान गए

‘पूनावाला’ के टीकों से

भारतवासी फिर जाग गए

दिया था उत्तर दिया था उत्तर

 

अब युद्ध बहुत हैं तरह तरह के

सब को मिल कर लड़ना होगा  

ये आजादी है कठिन सा पर्वत

एक एक कर चढ़ना होगा  ।

 

आजादी के साल पचहतर

थोड़े प्रश्न बहुत से उत्तर

भारत देकर मानेगा ही

बहुत से उत्तर बहुत से उत्तर

 

 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                

 

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