एक सूरज , एक धरती
ॐ सूर्याय नमः ….. Salutations to Dear Sun….
चाँद लिए बैठी हूँ
‘इतिहास’ ही हो ना ?
इतिहास सोचने पर मजबूर करता है ।। पढ़ूँ या नहीं ?
बात करो, संवाद करो!
बस यूं ही…
हे गणपती, आप क्या कहेंगे?
Written on the occasion of Ganesh Chaturthi…
क्या मेरे आस पास हो?
श्री कृष्ण जनमाष्टमी के अवसर पर ...…
तस्वीर खींची थी
India is That Force
मैं ओलिंपिक हूँ
मानवता के इस समारोह को मेरा नमन !
Precious Moments
One does not have to go far for the precious moments, they just happen!
This When Silence
My friend silence again made me sing…
दोपहर और मैं
क्या बनोगे?
बस आज लिख गयी ये कविता, क्यूंकि अवसर जो है और दिवस भी है।
Yoga Prehension!
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सोचा की योग को स्वयं ही समझ लूँ , और लिख गयी ये कविता। ……
बूँदें मिलने आईं हैं
The Slow Dance of Nature!
Masterly Nature!
On the Environment Day, I think so much is changed for the humans but the Nature still sparkles!!
दौड़ ना लगाएंअब
अब लोगों की नहीं विचारों की भीड़ है गाड़ियां नहीं मन दौड़ता है।
Mother
कहानियां
मेरी एक बहुत पुरानी कविता लेकिन मेरी बहुत प्रिय।
A Poet and Wanderer , Entertaining and Educating Myself and Others…
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