कहाँ ?
प्रश्नों में ही उत्तर होते हैं कभी कभी..संभवतः
To the Rain
The rains are here and with it my need to write. The rain makes my words rain!
जड़ों की जकड़
बच्चों के लिए प्रकृति से जुड़ी कुछ बातें ।
पत्तियों का नाच
बच्चों के लिए प्रकृति की कुछ बातें !
सिर्फ मैं और एक तुम
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर
Humanity, Nature, Home
Written On The Occasion Of The World Environment Day!
शब्द , जी उठे हैं
पुस्तक दिवस पर लिखी कविता ।
सुनो धरती मैया
I woke up on a farmhouse
आसमान को सूरज से
Haiku Fervor
The haikus are natural flowing of feelings. Saying so much with so little! Love writing them always.
फिर एक फूल
रंग और शब्द मिले तो चित्रकारी
साड़ी का मोल
मन के कुछ पट खोल लेती हूँ कभी कभी
श्रेष्ठ तुम्हारी बात है!
भारत माता का पृथक परिचय !
Fleeting Cheer For Everyone!
New Year, Same thoughts..
कुछ नया ढूँढेंगे !
नववर्ष के साथ कुछ नए विचार …
Once again Christmas!
Written for Christmas yet one more poem…
क्यूँ बच्चों सी बातें करनी?
बाल दिवस पर मन से निकली एक कविता ।
Reverence to The Sun….
शत शत नमन सूर्य देवता को ।
दिया जलता रहे
A Poet and Wanderer , Entertaining and Educating Myself and Others…
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