मेरे अंदर की होली
वो होली जो मेरे भीतर खेली जाती है हर पल , हर दिन वो कुछ ऐसी है …
तुम संग होली !
हर तरफ रंग ही रंग तो हैं ना ?
कहाँ से आता है?
सबको लुभाती
नदी अपने आप में एक कहानी, एक अस्तित्व
Christmas Haiku
Christmas is music and Lyrics all in one!
जब देखा करीब से
मैं और चाँद बस बातें करते ही रहते है..
तुम चलो हमपे
रास्ते ठहरे नहीं चलते हैं।। चुप नहीं बहुत कुछ कहते हैं ।
चमका दिया तो
दिये से संवाद हुए हैं मेरे अनेकों बार
माटी कर्म
संभवतः माटी को भी नहीं मालूम कि कितनी जरूरी है ये
…
बताना था
नहीं जानते बूझते कितना कुछ जीवन सीखा जाते हैं ये सब
You are the beginning!
आओ गणपति बातें करेंगे
मेरी गणपती से कुछ और बातें
थोड़े प्रश्न बहुत से उत्तर
१५ अगस्त ‘२२ आज़ादी के अमृत महा उत्सव के अवसर के लिए लिखी पंक्तियाँ
तिरंगा और भारत
१५ अगस्त’२२ भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर के लिए …
तुम ही भारत हो
For the soldiers..
I seek freedom
When there is misunderstanding..
I am Bharat
Bharat Mata needs no introduction, just reiteration.
प्यार की बारिश !
कैसी बरसी हैं आज !
बारिश तो बरसती है और बरसती हैं ——
Yoga, The Root
Trying to fathom the depth of ‘The Yoga’
A Poet and Wanderer , Entertaining and Educating Myself and Others…
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